अवधूत गीता वाक्य
उच्चारण: [ avedhut gaitaa ]
उदाहरण वाक्य
- यह वाक्य उपनिषदों एवं अवधूत गीता में आया है।
- ' ' दत् तात्रेय ने अवधूत गीता में कहा है:
- ' ' अवधूत गीता '' तथा '' श्रीमद्भागवत गीता '' का अनुवाद-कार्य भी किया।
- रामकृष्ण परमहंस ने कहा था कि ' ' वे ही सब कुछ हुए हैं।” दत्तात्रेय ने अवधूत गीता में कहा है:
- अवधूत गीता में शिष्य कार्तिक स्वामी को उन्होंने मोक्ष-प्राप्ति के चार सहज उपाय बताए-राग-द्वेष से मुक्ति, समस्त प्राणियों के कल्याण हेतु चेष्टा, ब्रह्मज्ञानका दृढ बोध एवं धैर्य।
- कुछ इसी प्रकार की उक्तियां दत् तात्रेय की ' अवधूत गीता ' में मिल जाती हैं, जहां वे कहते हैं कि मेरे सिवाय यहां और है ही कौन? मैं किसको नमन करूं? रामकृष् ण परमहंस भी पूजा करते हुए अनेक बार मां को पुष् प अर्पित करते हुए, उन पुष् पों को अपने ही शीश पर डाल लेते थे।
अधिक: आगे